डॉक्टरों के खिलाफ एक परिवार ने पुलिस तहरीर दी है. जिसमें उन्होंने इलाज में देरी के चलते मासूम की मौत का आरोप लगाया है. मामले में पुलिस ने सीएमओ को पत्र लिखने की बात कही है.
पीपीपी यानी पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड पर संचालित राजकीय संयुक्त अस्पताल रामनगर में एक बच्चे के मौत का मामला सामने आया है. जहां परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं. साथ ही अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कोतवाली में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है. वहीं, पुलिस का कहना है कि तहरीर के बाद सीएमओ को पत्र लिखा जाएगा.
रामनगर के खताड़ी निवासी मोहम्मद रिजवान पुत्र लड्डन ने बताया कि उसके 18 माह के बेटे अब्दुल कादिर की तबीयत खराब हो गई थी. उसे शुक्रवार रात से उल्टी दस्त हो रहे थे. ऐसे में उन्होंने शनिवार की सुबह 10.30 बजे उसे रामनगर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया. उनका आरोप है कि अस्पताल प्रशासन ने कभी उन्हें आधार कार्ड लाने तो कभी आयुष्मान कार्ड लगाने के लिए इधर उधर दौड़ाया. दोपहर सवा एक बजे उनके बेटे को अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन डेढ़ बजे मासूम की मौत हो गई.
परिजन का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन ने इलाज में लापरवाही बरती है. यदि समय रहते उनके बेटे को इलाज मिल जाता तो उसकी मौत नहीं होती. बताया जा रहा है कि मासूम सभासद अजमल का भतीजा था. वहीं, देश शाम सभासद गुलाम सादिक समेत परिजनों ने कोतवाली पहुंचकर अस्पताल प्रशासन के खिलाफ तहरीर दी. दूसरी ओर सीएमएस डॉक्टर चंद्रा पंत ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है. मामला गंभीर है, इसकी जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
रामदत्त जोशी राजकीय संयुक्त चिकित्सालय रामनगर में एक बच्चे की मौत का मामला सामने आया है. परिजनों का आरोप है कि इलाज के अभाव में बच्चे की मौत हुई है. मामले में सीएमओ को पत्र लिखा जाएगा. उनकी जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस की ओर से वैधानिक कार्रवाई की जाएगी. -अरुण कुमार सैनी, कोतवाल रामनगर