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मैनपुरी। करीब एक माह पहले लापता हुई किशोरी देह व्यापार गिरोह के चंगुल में फंस गई थी। पुलिस ने किशोरी को बरामद करने के साथ ही सहारनपुर की वेश्यालय संचालिका और उसके दो साथियों काे गिरफ्तार कर लिया है, जबकि महिला के गिराेह में शामिल किशोरी के गांव के निवासी दो युवक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सके हैं।

दोनों की तलाश में दबिश दी जा रही है।

यह है पूरा मामला

थाना बिछवां के एक गांव की निवासी 14 वर्षीय किशोरी 28 जून को लापता हो गई थी। स्वजन उसकी तलाश में जुटे थे, लेकिन कोई पता नहीं चला। एक जुलाई को घटना की प्राथमिकी अज्ञात अपहर्ताओं के विरुद्ध दर्ज कराई गई थी।

पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि गांव के निवासी अवनीश और कल्लू लंबे समय से किशोरी के संपर्क में थे। किशोरी की दोनों के साथ फोन पर बातचीत होती थी। पुलिस ने दोनों युवकों के मोबाइल सर्विलांस पर लिए तो पता चला कि वे सहारनपुर निवासी वेश्यालय संचालिका शबनम के संपर्क में है।

शबनम निकली गिरोह की सरगना

पुलिस की एक टीम सहारनपुर पहुंची और शबनम के बारे में जानकारी जुटाई। पता चला कि शबनम देह व्यापार गिरोह की सरगना है। उसके द्वारा चोरी छिपे अपने घर में वेश्यालय का संचालन किया जा रहा है।

पुलिस उसके घर पहुंची तब तक वह ताला बंदकर गायब हो चुकी थी। सर्विलांस के जरिए पुलिस, उसका पीछा कर रही थी। शुक्रवार सुबह पुलिस को पता चला कि शबनम अपने साथियों के साथ बेवर फ्लाईओवर के पीछे मौजूद है।

वह केस की पैरवी के लिए वकील के पास जाने वाली है। तभी पुलिस ने शबनम उर्फ बसंती उर्फ रितू शर्मा निवासी नाजिरपुरा सहारनपुर उसके साथी नावेद निवासी मालाहेड़ी थाना बहेट सहारनपुर व आमिर निवासी गांव मांझीपुर थाना बहेट सहारनपुर को गिरफ्तार कर लिया। उनके साथ माैजूद अपहृत किशोरी को बरामद कर लिया।

किशाेरी ने सुनाई आपबीती

थाने पर लाकर पूछताछ की गई तो किशोरी ने बताया कि अवनीश ने उसे कल्लू के साथ दिल्ली जाने के लिए कहा था। अवनीश ने कहा था कि वह दिल्ली आनंद विहार बस स्टैंड पर मिलेगा, लेकिन अवनीश वहां नहीं मिला। कुछ देर में कल्लू गायब हो गया। इसी बीच शबनम, नावेद और आमिर किशोरी के पास पहुंचे। उसे भूख लगी थी।

शबनम ने सहानुभूति जताते हुए किशोरी को खाना खिलाया फिर तीनों लाेग उसे अपने साथ सहारनपुर ले गए। किशोरी को जिस घर में रखा गया, वहां वेश्यालय चल रहा था। घर के अंदर कई लड़कियां आती-जाती रहती थी। यह देखकर वह डर गई, लेकिन शबनम ने उसे कोई भी परेशानी न होने देने का भरोसा दिया तो किशोरी शबनम के घर में बनी रही।

मोबाइल के जरिए गिरोह का संचालन

पुलिस ने घटना को मानव तस्करी का मामला माना है। पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से बरामद मोबाइल की तलाशी ली गई तो पता चला कि महिला और उसके साथियों द्वारा मोबाइल के जरिए गिरोह का संचालन किया जा रहा है।

बांग्लादेश से तार जुड़े होने की चर्चा

मोबाइल में कई लड़कियों की तस्वीरें, आपत्तिजनक वीडियो, ग्राहकों के मोबाइल नंबर व अन्य सामग्री बरामद हुई है। पुलिस जांच में पता चला कि पकड़ी गई शबनम मूलरूप से बंगाल के नोदिया जिले की रहने वाली है। उसके तार बांग्लादेश से जुड़े होने की चर्चा है।

थानाध्यक्ष बिछवां अवनीश गौतम ने बताया कि गिरफ्तार महिला और उसके दोनों साथियों को जेल भेज दिया गया है। अन्य दोनों आरोपियों को तलाश किया जा रहा है। मामले में जांच चल रही है, कड़ी कार्रवाई की जाएगी।