साथी हाथ बढ़ाना सेवा समिति की ओर शुक्रवार को 11 ग्यारह निर्धन कन्याओं का विवाह कराया गया। हीरा नगर उत्थान मंच गोलज्यू मंदिर परिसर में पंडित संतोष पंत ने वैदिक मंत्रोच्चारण और धार्मिक रीति रिवाजों से वैवाहिक कार्यक्रम संपन्न कराए।
इस मौके पर समिति द्वारा सभी 11 कन्याओं को गृहस्थी के सामान के रूप में बर्तन, बिस्तर, बेड आदि भी दिया गया। पिछले पांच वर्षों से संस्था द्वारा हर वर्ष सामूहिक विवाह का आयोजन कराया जा रहा है। समिति ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
विवाह के दौरान बाजपुर, कठघरिया, कालाढूंगी, दमुवाढूंगा, गौलापार, बरेली रोड, बहेड़ी और मुरादाबाद के निर्धन परिवारों के जोड़ों को एक-दूसरे का साथ मिला। संस्था की ओर से वर-वधू और उनके साथ आए लोगों के लिए भी भोजन की व्यवस्था की गई। पलंग, गददे, चादरें, कम्बल, प्रेशर कुकर, भगौने, थालियां, गिलास, कटौरियां, लोटे, परात समेत रसोई में उपयोग होने वाले बर्तन और गृहस्थी का सामान उपलब्ध कराया गया। इसके अलावा वर-वधू के लिए शादी के कपड़े लहंगे, ज्वैलरी, मुकुट, साड़ियां समेत एक दर्जन से अधिक साड़ियां भेंट कीं। संस्था अध्यक्ष सरिता अग्रवाल ने बताया कि शहर के विभिन्न लोगों की ओर से इस पूरे कार्यक्रम में सहयोग मिला है।
इस समारोह को संपन्न कराने में उपाध्यक्ष दया विनवाल, सचिव हेमा मेलकानी, कोषाध्यक्ष गीता कार्की, लीला मनराल, हेमा चिलवाल, रमेश चन्द्र, विमला कांडपाल, लीला कोठारी, पुष्पा उप्रेती, बीना पाठक, ममता जोशी, कंचन शर्मा, मधु बिष्ट, गीता पन्त और अग्रवाल ऑटोजोन ने विशेष सहयोग किया।
विवाह के दौरान ढोलक पर खूब गाए गीत
विवाह समारोह के दौरान स्थानीय महिलाओं ने खूब गीत गाकर महफिल जमाई। हम बन्नी को देखकर खुश हो गए, तेरी पतंग मेरी डोर, बन्नी थी आज तक बेटी, बहु अब तुमको बनना है… जैसे गानों में ढोक बजाकर नृत्य किया गया। इस मौके पर लीला मनराल, लीला कोठारी, रीता पांडे, गीता पंत, ममता जोशी, विमला कांडपाल मौजूद रहे।
इन्होंने थामा एक दूसरे का हाथ
सपना-पवन, प्रीति-आनन्द कुमार, शिवानी-योगेश, पार्वती-अंकित, बबीता-करन, चम्पा-गौरव, मनीषा-आकाश मौर्य, प्रियंका-दीपक, राधा-शक्तिमान, सोनम-रविन्द्र ने एक दूसरे का हाथ थामा।