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कुंडापुर तालुक के गोपाडी गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक महिला अपनी मां के साथ तीन दिनों से घर में कैद थी। कुछ दिन बाद जब घर से दुर्गंध आने लगी तो पड़ोसियों को चिंता हुई।

जब पुलिस पहुंची और जबरदस्ती दरवाजा खोला, तो उन्हें एक गंभीर मंजर का सामना करना पड़ा। पता चला तीन दिन पहले ही मां जयंती शेट्टी का निधन हो गया था और वह अपने घर में बेजान पड़ी थीं। उनके बगल में उनकी बेटी प्रगति शेट्टी बेहोश पड़ी हुई थी। प्रगति की हालत काफी खराब थी। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। मगर वह बच नहीं सकी। तमाम कोशिशों के बावजूद उसकी मौत हो गई।

मानसिक रूप से बीमार थी बेटी
बताया जा रहा प्रगति मानसिक बीमारी से पीड़ित थी। उसने तीन दिन अपनी मृत मां के पास लेटे हुए बिताए थे। जयंती शेट्टी मधुमेह और रक्तचाप की समस्या से जूझ रही थीं, जबकि उनकी बेटी प्रगति भी मधुमेह से जूझ रही थी। प्रगति की हालत इतनी खराब हो गई थी कि महीनों पहले उसका एक पैर काट दिया गया था। उचित देखभाल और सहायता की कमी ने संभवतः उसकी मानसिक स्वास्थ्य स्थिति को खराब कर दिया है।

मां की लाश के साथ बिताए तीन दिन
पड़ोसियों ने जब घर का दरवाजा खोला तो प्रगति बेसुध अवस्था में थी। प्रगति शेट्टी को पीने के लिए पानी दिया गया और तुरंत अस्पताल ले जाया गया। उसे बचाने की तमाम कोशिशों के बावजूद शनिवार को उसकी दुखद मौत हो गई। कुंडापुर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। अधिकारी जयंती शेट्टी की मौत और प्रगति की पीड़ा से जुड़ी परिस्थितियों की जांच कर रहे हैं।

 

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