खबर शेयर करें -

विजयदशमी का दिन हिंदू धर्म का प्रमुख दिन है विजयदशमी का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है

रावण को अधर्म अत्याचार अनाचार और बुराई का प्रतीक माना जाता है जिसका मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम ने संहार कर राम राज्य की स्थापना की और धरती पर स्वर्ग के अवतरण का मार्ग प्रशस्त किया राम राज्य के मायने क्या है राम राज्य कैसा था इसे गोस्वामी तुलसीदास जी की मानस की पंक्तियों से समझा जा सकता है जिसमें उन्होंने कहा है दैहिक दैविक भौतिक तापा रामराज काहू नहीं व्यापा लेकिन एक और महत्वपूर्ण बात है की क्यों आज का दिन खास कहा जाता है ।

यह भी पढ़ें -  🌐 सीएम धामी का मास्टरप्लान! सीमावर्ती जिलों में विकास का नया अध्याय — बनेगी “सीमा क्षेत्र विकास परिषद” 🏔️ | स्वास्थ्य, शिक्षा और नवाचार पर होगा फोकस 🔬📚

आज का दिन इसलिए भी खास कहा जाता है कि आज दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक सामाजिक संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना हुई थी विजयादशमी के दिन 1925 में नागपुर के मोहिते का बाड़ा नामक स्थान से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना हुई तब केवल 4 स्वयंसेवक या कार्यकर्ताओं माध्यम से इस संगठन की नींव पड़ी और देखते ही देखते संगठन अगले वर्ष अपने स्थापना के 100 वर्ष पूरा करेगा और वर्तमान में दुनिया का सबसे बड़ा संगठन है।

यह भी पढ़ें -  😱 “अब राजनीति नहीं, राम भजन करें हरीश रावत!” — मंत्री सुबोध उनियाल का तीखा पलटवार, बोले “मेरा दुष्टों से कभी साथ नहीं रहा” 🔥🕉️

बीबीसी लंदन द्वारा 80 और 90 के दशक में एक प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में इस बात की पुष्टि की गई थी कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ दुनिया का सबसे बड़ा संगठन है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सनातन धर्म और सनातन संस्कृति का ध्वजवाहक हैऔर यही वजह है कि उसने परम पवित्र भगवा ध्वज को अपना आदर्श एवं अपना गुरु माना है क्योंकि भगवा ध्वज त्याग का प्रतीक है साथ ही उगते हुए सूरज का भी प्रतीक है