शिकायतकर्ता अर्जुन टम्टा ने कहा कि टैंकर से क्षेत्र के लोगों को सिर्फ दो से तीन बाल्टी ही पानी मिल पा रहा है। शिकायत दर्ज करने के साथ ही कई बार कर्मचारियों को फोन भी कर दिया है लेकिन पेयजल की किल्लत दूर नहीं हो रही है। जल संस्थान के सहायक अभियंता प्रमोद पांडेय ने बताया कि डहरिया का नलकूप ठीक हो गया है।
दमुवाढूंगा के फारेस्ट चौकी स्थित नलकूप के खराब होने से दो हजार की आबादी चार दिनों से पेयजल संकट से जूझ रही है। हालांकि, जल संस्थान दो टैंकर भेज रहा है, लेकिन इससे एक परिवार को दिनभर के लिए मुश्किल से दो या तीन बाल्टी ही पीने का पानी मिल पा रहा है
रविवार को डहरिया की चार हजार की आबादी ने राहत की सांस ली है। चार दिन पहले खराब हुए नलकूप की मोटर कर्मचारियों ने ठीक कर दी है। वहीं, दमुवाढूंगा स्थित फारेस्ट चौकी का नलकूप अब भी ठीक नहीं हो सका है। रविवार की सुबह जल संस्थान ने 2000 की आबादी को पेयजल से राहत दिलाने के लिए दो टैंकर भेजे थे।
पेयजल की किल्लत दूर नहीं हो रही
शिकायतकर्ता अर्जुन टम्टा ने कहा कि टैंकर से क्षेत्र के लोगों को सिर्फ दो से तीन बाल्टी ही पानी मिल पा रहा है। शिकायत दर्ज करने के साथ ही कई बार कर्मचारियों को फोन भी कर दिया है, लेकिन पेयजल की किल्लत दूर नहीं हो रही है। जल संस्थान के सहायक अभियंता प्रमोद पांडेय ने बताया कि डहरिया का नलकूप ठीक हो गया है। लोगों की पेयजल समस्या दूर हो गई है। इधर, सहायक अभियंता नीरज तिवारी ने कहा कि सोमवार देर शाम या मंगलवार को दमुवाढूंगा का नलकूप ठीक होने की उम्मीद है।