बुजुर्ग खेतों में गेहूं काट रहे थे। इस दौरान घात लगाए बैठे बाघ ने उन पर हमला कर दिया। बाघ बीरेंद्र सिंह को घसीटते हुए झाड़ियों में ले गया। शोर सुनकर परिजन और ग्रामीण घटनास्थल की ओर दौड़े लेकिन बाघ ने उसे नहीं छोड़ा।
कोटद्वार के रिखणीखाल ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम पंचायत मेलधार के राजस्व ग्राम डल्ला में खेत में काम कर रहे एक बुजुर्ग पर बाघ ने हमला कर मार डाला। ग्रामीणों ने शव घटनास्थल से करीब 100 मीटर दूर झाड़ियों से बरामद किया। सूचना मिलने के बाद दीवा रेंज अधिकारी महेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में वन विभाग की टीम गांव के लिए रवाना हो गई। घटना बृहस्पतिवार शाम छह बजे की है।
ग्राम प्रधान खुशेंद्र सिंह ने बताया कि ग्राम डल्ला के तोक गांव लडवासैंण निवासी बीरेंद्र सिंह (73) बृहस्पतिवार शाम को घर के समीप ही खेतों में गेहूं काट रहे थे। इस दौरान घात लगाए बैठे बाघ ने उन पर हमला कर दिया। बाघ बीरेंद्र सिंह को घसीटते हुए झाड़ियों में ले गया।
शोर सुनकर परिजन और ग्रामीण घटनास्थल की ओर दौड़े लेकिन बाघ ने उसे नहीं छोड़ा। ग्रामीणों ने आग जलाकर और शोर मचाकर किसी तरह बाघ को वहां से भगाया। बाघ ने उनके चेहरे और गले को बुरी तरह से जख्मी कर दिया और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
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गश्त बढ़ाने व बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की मांग
सूचना मिलते ही रिखणीखाल केथानाध्यक्ष अरविंद सिंह भी फोर्स के साथ घटनास्थल के लिए रवाना हो गए। उधर, गढ़वाल वन प्रभाग के दीवा रेंज अधिकारी महेंद्र सिंह रावत ने बताया कि वन विभाग की टीम गांव के लिए रवाना हो चुकी है।
कर्तिया की बीडीसी सदस्य विनीता ध्यानी, जिला पंचायत सदस्य शालिनी बलोधी व विनयपाल सिंह नेगी ने बताया कि यह पूरा क्षेत्र कालागढ़ टाइगर रिजर्व से सटा है। जहां बाघ की मूवमेंट बनी हुई है। क्षेत्र में दहशत का माहौल है। कांग्रेस की पूर्व प्रदेश महामंत्री रंजना रावत ने वन विभाग से क्षेत्र में गश्त बढ़ाने व बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की मांग की।