लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को सिरासू के पास थ्री ब्लाइंड माइस रैपिड के पास गंगा किनारे से दो लोगों के लापता होने के सूचना मिली। सूचना पर थाना प्रभारी विनोद सिंह गुसाईं टीम के साथ मौके पर पहुंचे।
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यमकेश्वर क्षेत्र के कोटा कुल्याणी गांव स्थित घर से सामान लेने गए चाचा-भतीजी सिरासू गांव के पास गंगा किनारे से लापता हो गए। परिजनों को दोनों के बैग और जूते गंगा के किनारे मिले। सूचना पर एसडीआरएफ और पुलिस टीम मौके पर पहुंची। दोनों के गंगा बहने की आशंका के चलते एसडीआरएफ ने नदी में तलाशी अभियान चलाया, लेकिन देर रात तक दोनों का कुछ भी पता नहीं चल पाया है।
बृहस्पतिवार शाम को लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को सिरासू के पास थ्री ब्लाइंड माइस रैपिड के पास गंगा किनारे से दो लोगों के लापता होने के सूचना मिली। सूचना पर थाना प्रभारी विनोद सिंह गुसाईं टीम के साथ मौके पर पहुंचे। एसडीआरएफ ढालवाला की टीम भी सूचना पर मौके पर पहुंच गई।
ग्राम प्रधान सिरासू प्रीतम सिंह राणा ने पुलिस को बताया कि सुबह यमकेश्वर ब्लॉक के कोटा कुल्याणी गांव निवासी मनीष (24) पुत्र गोपाल सिंह अपनी भतीजी शिवानी (12) पुत्री धर्मपाल के साथ भूसा और सामान लेने के लिए गांव के कच्चे रास्ते से टिहरी गढ़वाल क्षेत्र के गूलर बाजार आया था। दोपहर 3.00 बजे तक दोनों घर नहीं पहुंचे।
परेशान परिजनों और ग्रामीणों ने दोनों की खोजबीन शुरू की। बताया कि शाम को 4.30 बजे थ्री ब्लाइंड माइस रैपिड के पास मनीष के दोनों जूते और शिवानी का एक जूता मिला। पास ही एक बैग पड़ा था, जिसमें बाजार से लाया गया सामान था। जंगल की ओर दोनों के साथ में गया खच्चर भी मिल गया।
थाना प्रभारी विनोद सिंह गुसाईं ने बताया कि मौके से मिले जूते और बैग प्रथम दृष्टया में दोनों के गंगा में बहने की ओर इशारा कर रहे हैं। बताया कि अंधेरा होने के चलते अभियान को बीच में रोक दिया गया। शुक्रवार के एसडीआरएफ दोनों की गंगा में फिर से तलाश करेगी। बताया मनीष गांव में रहकर खच्चर चराता है।
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घर में बड़ी बेटी को देखने आए थे मेहमान, आ गई बुरी खबर
शिवानी की मां ने पुलिस को बताया कि उनकी बड़ी बेटी के विवाह की बात चल रही है। बताया कि बृहस्पतिवार को उनकी बेटी को देखने के लिए मेहमान घर आए थे। मेहमानों के दोपहर के भोजन की तैयारी के लिए उन्होंने देवर को गूलर बाजार सब्जी और अन्य सामान लेने के लिए भेजा था। देवर को बाजार से अपने खच्चर के लिए भूसा लेने भी जाना था।
बेटी शिवानी भी जिद कर चाचा के साथ चली गई। बताया कि अगर उनको पता होता कि ऐसा हादसा हो जाएगा तो वह दोनों को बाजार सामान लेने के लिए कभी नहीं भेजते।