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उत्तराखंड में जंगलों की आग कई दिनों से धधक रही है, जिसके चलते अभी तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं एक बड़ा हादसा टल गया. दरअसल, हल्द्वानी से निर्माण सामग्री लेकर पदमपुरी जा रहे पिकअप वाहन के ऊपर सोमवार शाम चांफी के पास जलता पेड़ गिर गया.

वाहन में फंसे चालक को स्थानीय लोगों ने बाहर निकाला. गनीमत रही कि समय रहते ड्राइवर को बचा लिया गया. पीड़ित चालक नवीन ने बताया कि बीते चार दिनों से एरिया के जंगल लगातार जल रहे हैं. नवीन ने बताया कि चालकों की मदद से उसे बाहर निकाल लिया गया, जिससे उसकी जान बच गई.

वहीं बेतालघाट ब्लॉक के सीम और सिल्टोना के जंगल में लगी आग रविवार देर रात को एक बजे आबादी क्षेत्र में पहुंच गई. आग को घरों के पास आता देख 50 से अधिक परिवार दहशत में आ गए. ग्रामीणों द्वारा कड़ी मशक्कत करन के बाद ग्रामीणों ने आग पर काबू पाया. वहीं डीजीपी अभिनव कुमार ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, ‘जंगल में आग लगाने वालों को चिन्हित किया जाएगा और दोषियों पर कार्रवाई होगी. अगर जरूरत पड़ी तो गैंगस्टर एक्ट में भी कार्रवाई होगी. अबतक 13 एफआईआर दर्ज की गई है. वहीं 4 लोग पकड़े गए हैं.’

वहीं फॉरेस्ट अफसर आईएफएस निशांत वर्मा ने कहा कि आग की घटनाओं को लेकर सभी जिलों में नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे. हर दिन उनसे रिपोर्ट ली जाएगी. फायर वॉचर का भी इंश्योरेंस किया जाएगा. पौड़ी और अल्मोड़ा के जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए एनडीआरएफ को बुलाया जाएगा. बीते कई दिनों से पौड़ी के जंगलों में लगी आग को हेलिकॉप्टर के जरिए बुझाया जा रहा है.

इस बीच राहत देने वाली खबर यह है कि बागेश्वर के जंगलों में लगी आग बारिश के चलते बुझ गई. जबकि पौड़ी में वनाग्नि की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है और अब तक 100 हेक्टर से अधिक जंगल खाक हो चुके हैं. इसके अलावा अल्मोड़ा के जंगलों में लगी आग अब दुनागिरी उद्यान तक पहुंच गई है. करीब 3 दिन से उद्यान में आग लगी हुई है. फलों के पेड़ जलकर राख हो गए हैं. करीब 300 हेक्टेयर ऐरिया में आग लगी हुई है.