विजयनगर थानाक्षेत्र में प्रेमी ने महिला की चुन्नी से गला घोंटकर हत्या करने के बाद शव नहर में फेंक दिया। पुलिस के मुताबिक चार बच्चों का पिता होने के बावजूद प्रेमी चार साल से विवाहित महिला के साथ लिव-इन में रह रहा था।
छह माह पहले निकाह करने के बाद महिला प्रेमी पर पत्नी को छोड़ने और अपने साथ रहने का दबाव बना रही थी। महिला से पीछा छुड़ाने के लिए प्रेमी ने उसे मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने हत्यारोपी प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया।
डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि 22 जुलाई को भीमनगर विजयनगर निवासी पूनम ने अपनी बहन पूजा के अपहरण के संबंध में विजयनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें पूनम ने पूजा के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहने वाले मोहम्मद आलम पर शक जाहिर किया था। शक के आधार पर पुलिस ने जब मोहम्मद आलम को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने पूजा की हत्या कर शव को मसूरी की देहरा झाल में ठिकाने लगाने की बात कबूल कर ली। जिसके बाद पुलिस आरोपी को लेकर घटनास्थल पहुंची और पूजा के शव को बरामद करने का प्रयास किया गया, लेकिन काफी प्रयास के बावजूद पुलिस शव बरामद नहीं कर सकी। डीसीपी सिटी का कहना है कि पूजा हत्याकांड में हापुड़ के गांव गोदी देहात निवासी आरोपी मोहम्मद आलम को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूजा के शव की तलाश के लिए गोताखोरों और एनडीआरएफ की मदद ली जा रही है।
चार साल लिव-इन में रहा
डीसीपी सिटी के मुताबिक मोहम्मद आलम कार मैकेनिक है। पूर्व में वह विजयनगर थानाक्षेत्र के सम्राट चौक पर दुकान करता था और वर्तमान में उसने नोएडा में शॉप खोल रखी है। करीब पांच साल पहले सम्राट चौक पर दुकान चलाने के दौरान उसकी मुलाकात तलाकशुदा और तीन बच्चों की मां पूजा से हुई थी। दोनों में प्रेम संबंध हुए तो मोहम्मद आलम चार साल पहले पूजा को साथ लेकर विजयनगर के सेक्टर-नौ में लिव-इन रिलेशनशिप में रहने लगा। आरोपी ने पुलिस को बताया कि छह माह पूर्व उसने पूजा से निकाह भी कर लिया था। हालांकि दोनों निकाह की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी, लेकिन मोहम्मद आलम ने बताया कि उनका निकाह घर पर ही कराया गया था।
तलाक देने का दबाव डाल रही थी पूजा
मोहम्मद आलम ने बताया कि उसकी पहली पत्नी का नाम शना है और उसके चार बच्चे हैं। निकाह के बाद पूजा उस पर चारों बच्चों और पहली पत्नी शना को छोड़ने का दबाव बनाने लगी थी। इसको लेकर वह रोजाना झगड़ा करती थी। आरोपी ने बताया कि उसका चार साल का बेटा जिब्राल कुछ दिनों से बीमार था। वह बेटे का इलाज मसूरी स्थित निजी अस्पताल में करा रहा था। मोहम्मद आलम ने बताया कि वह बेटे के साथ अस्पताल में था, उसी दौरान पूजा का फोन आया और उसने उसकी लोकेशन पूछी। इस पर आलम ने खुद के अस्पताल में होने की बात बताई। इस पर पूजा भड़क गई और उसने अस्पताल पहुंचकर उसे सबक सिखाने की बात कही।
अस्पताल से कुछ दूर पहले कार में बैठाया और हत्या की
डीसीपी के मुताबिक पूजा द्वारा की गई अभद्रता के बाद आलम ने उसे ठिकाने लगाने का मन बना लिया था। योजना के तहत आलम ने अस्पताल पहुंचने से पूर्व ही पूजा को अपनी कार में बैठा लिया और वह उसे देहरा झाल की ओर ले गया। जहां पहले तो आलम ने पूजा को समझाने का काफी प्रयास किया लेकिन जब वह नहीं मानी तो उसने पूजा की ही चुन्नी से उसका गला घोटकर हत्या कर दी और शव को देहरा झाल में ठिकाने लगा दिया। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने जिस कार का वारदात में इस्तेमाल किया वह किसी ग्राहक की है।
गुमशुदगी दर्ज कराने थाने पहुंचा आरोपी
पूजा की हत्या के बाद आलम खुद विजयनगर थाने पहुंचा और पूजा की गुमशुदगी दर्ज कराई। इसमें आरोपी ने पूजा को अपनी पत्नी बताया। इससे पहले कि पुलिस पूजा की तलाश शुरू करती कि अगले दिन यानि कि 22 जुलाई को पूजा की बहन पूनम भी विजयनगर थाने पहुंची। पूनम ने मोहम्मद आलम पर शक जाहिर करते हुए पूजा के अपहरण और उसके साथ अनहोनी होने का अंदेशा जताया। इसी आधार पर पुलिस ने जब आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरी कहानी का पर्दाफाश हो गया।
डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने कहा, ‘हत्याकांड में आरोपी मोहम्मद आलम को गिरफ्तार कर लिया गया है। महिला के शव की तलाश के लिए गोताखोरों और एनडीआरएफ की मदद ली जा रही है।’