अल्मोड़ा: कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज अल्मोड़ा के सोमेश्वर में ‘तिरंगा सम्मान’ पदयात्रा निकाली. पदयात्रा शहीद स्थल चनौदा से शुरू हुई. इस दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शांतिलाल त्रिवेदी सहित दर्जनों स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की जयजयकार करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित की गई. वहीं पदयात्रा के दौरान एक तरफ तिरंगे समेत स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की शान में नारे लगाए तो दूसरी तरफ सरकार के खिलाफ आक्रोश भी व्यक्त किया गया.
हरीश रावत ने कहा कि वह जय हिंद अभियान के तहत जगह-जगह तिरंगा लेकर पदयात्रा निकाल रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज ‘तिरंगे की जय’ के लिए यह भी आवश्यक है कि सांप्रदायिकता और समाज को बांटने वाली ताकतों के खिलाफ लोगों को जागरूक करें. झूट और लूट की सरकार के खिलाफ लोगों को जागरूक करने का काम करें.
उन्होंने कहा कि सरकार के सारे मंत्रियों के क्षेत्र में इसी तरह दो दिन की पदयात्रा करेंगे. इसकी शुरुआत आज स्वतंत्रता के अमर स्थल चनौदा से कर दी है. यह जो तिरंगा झंडा लहरा रहा है, यह इस बात का प्रतीक है कि आजादी की लड़ाई किस तरह से लड़ी गई. यहां स्थित खादी आश्रम इस बात का प्रतीक है कि किस तरीके से गांधीवादी सोच को आगे बढ़ाने का काम किया. लेकिन आज उन सब सोचों को नष्ट किया जा रहा है. गांधी को भुलाने का कार्य किया जा रहा है.
ऐसे समय में आवश्यक है कि हम गांधी के स्थलों और गांधी सोच के स्थलों में जाए. जहां से आजादी की लड़ाई लड़ी गई, उन स्थानों को भी प्रणाम करें और वहीं से शंखनाद करें. जो लोग भ्रष्टाचार, झूठ, लूट की राजनीति के स्तंभ हैं, उनके खिलाफ शंखनाद करें. इसी को लेकर आज कांग्रेस के लोग स्वतंत्रता संग्राम की स्थली बोरारो घाटी में आए हैं.
उन्होंने कहा कि, देश में जिस प्रकार का माहौल बना हुआ है, उसके खिलाफ कांग्रेस तिरंगे की आन बान शान बनाए रखने के लिए यात्रा निकाल रही है. प्रदेश सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदेश के हर मंत्रियों के विधानसभा क्षेत्र में सरकार को बेनकाब करेंगे और प्रदेश की सरकार की नकामी को जनता के सामने रखेंगे.



