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उधम सिंह नगर में पुलिस ने एक ऐसी शातिर महिला को गिरफ्तार किया है, जो कभी दुल्हन का किरदार निभाती तो कभी बिजनेसमैन बनकर लोगों का भरोसा जीतती है. कई बार तो यह महिला ब्रांड एंबेसडर बनकर भी लोगों को चूना लगा चुकी है. हालांकि अब ये महिला उधम सिंह नगर पुलिस की गिरफ्त में आ चुकी है. इस महिला ने दुल्हन बनकर भी कई लोगों को लूटा है.

उधम सिंह नगर पुलिस ने जब इस महिला को गिरफ्तार किया, तब भी यह दुल्हन के रूप में थी. हाथों में चूड़ा और मेहंदी, माथे पर सिंदूर. महिला को देखकर कोई यह नहीं कह सकता कि इसके अपराधों की लिस्ट इतनी लंबी है. उधम सिंह नगर पुलिस ने पूरा जाल बिछाकर इस महिला और उसके पूरे गिरोह का पर्दाफाश किया है. उधम सिंह नगर एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने इस पूरे मामले का खुलासा किया.

एसएसपी मिश्रा ने बताया कि यह महिला अलग-अलग पहचान से लोगों को ठगने का काम कर रही थी. काशीपुर की रहने वाली हिना रावत पर कई तरह के गंभीर आरोप है. इस महिला का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है.

जानिए कैसे पुलिस की गिरफ्त में आई ये शातिर महिला: यह महिला पुलिस की गिरफ्त में शायद कभी न आती अगर रुद्रपुर के ही रहने वाले दीपक कक्कड़ यदि इसके जाल में न फंसते. दीपक कक्कड़ ने इस महिला की पुलिस को शिकायत की थी. उन्होंने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया था कि एक महिला उन्हें हाईकोर्ट की वकील बनकर मिली. दोनों के बीच बातचीत हुई. इसके बाद ही महिला ने पीड़ित को अपने प्रेम जाल में फंसाकर करीब पांच लाख रुपए हड़प लिए.

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दीपक कक्कड़ से शादी भी की: आरोप है कि महिला ने दबाव बनाकर दीपक कक्कड़ से शादी भी करी और फिर उसी के घर में रहने लगी. घर में रहने के बाद महिला पूरे परिवार को प्रताड़ित करने लगी. पैसे की डिमांड और आत्महत्या जैसे मामलों में परिवार को फसाने की धमकी देने लगी. इसके बाद दीपक कक्कड़ के पास गए और महिला की शिकायत की.

पुलिस ने शुरुवाती जांच में पकड़ा: महिला को लेकर दीपक कक्कड़ पुलिस को जानकारी दी थी, वो सभी पुलिस की जांच में फर्जी निकली. पुलिस ने तत्काल रुद्रपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज करके आगे की जांच शुरू कर दी. गिरफ्तारी के दौरान महिला के पास से ₹50000 नगद और फर्जी आधार कार्ड बरामद किया गया. लेकिन रुद्रपुर पुलिस इस मामले में और भी आगे तक जांच करना चाहती थी और जांच में पुलिस को जो मालूम हुआ उसने सभी के होश उड़ा दिए.

विदेश भागना चाहती थी महिला: पुलिस ने जब महिला से सख्ती से पूछताछ की तो पता चला कि उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के अलग-अलग थानों में कई मुकदमे पंजीकृत हैं. महिला इन मुकदमों से बचने के लिए विदेश भागना चाहती थी. आरोपी महिला को विदेश भागने के लिए 30 लाख रुपये की जरूरत थी, इसीलिए उसने दीपक को अपने झूठे प्रेमजाल में फंसाया व तरह-तरह से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. पैसे न मिलने पर वह दीपक का मर्डर करने और आत्महत्या कर उसे व उसके परिवार को फंसाने की धमकी देती थी.

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पुलिस ने बताया कि वह दीपक पर दबाव डालकर फिरौती की 50 हजार रुपये की रकम ले ही रही थी कि पुलिस ने उसे दबोच लिया. पुलिस ने ये भी जांच पाया कि महिला कभी अपना नाम हीना रावत बताती तो कभी निकिता तो अभी अंकिता और इसी तरह से वो ठगी का जाल बिछा कर लोगों को फसा रही थी.

आरोपी महिला के अपराधों पर नजर: हीना रावत कभी खुद को एक सफल बिजनेसमैन बताती थी तो कभी कुछ. हिना रावत नए-नए बिजनेस में निवेश का झांसा या साझेदारी की पेशकश करके लोगों को अपने जाल में फंसाती थी. फिर आकर्षक व्यापारिक सौदों का लालच देकर उनसे मोटी रकम ऐंठ लेती थी, जिसके बाद वह गायब हो जाती थी.

नामी कंपनी की ब्रांड एंबेसडर बनकर ठगी: आरोपी महिला कभी खुद को नामी कंपनी की ब्रांड एंबेसडर के रूप में प्रस्तुत करती थी. वह ग्लैमर और ऊंचे संपर्कों का ढोंग करके लोगों को प्रभावित करती थी. इस पहचान का उपयोग करके वह उनसे विज्ञापन या इवेंट के नाम पर पैसे वसूलती थी, जिसके बाद वह संपर्क तोड़ देती थी.

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कॉन्ट्रैक्टर बनकर लूट: हिना रावत ठेकेदार बनकर भी लोगों को लूटती थी. वह सरकारी या निजी परियोजनाओं के लिए बड़े-बड़े कॉन्ट्रैक्ट दिलाने का वादा करती थी. प्रोजेक्ट शुरू करने या टेंडर दिलाने के नाम पर वह सिक्योरिटी डिपॉजिट या अग्रिम भुगतान के रूप में मोटी रकम वसूल लेती थी.

हाईकोर्ट के काम और बड़े अपराधियों से सांठगांठ: यह महिला खुद को हाईकोर्ट का एडवोकेट बताकर लोगों को ठगती थी. वह नामी वकीलों के नाम का इस्तेमाल करके कोर्ट के कामों को निपटाने का झांसा देती थी. इसके अलावा, वह बड़े-बड़े अपराधियों से साठगांठ करके उन्हें कानूनी पचड़ों से निकालने के नाम पर पैसे ऐंठती थी. वह आपराधिक मामलों में रियायत दिलाने या जमानत दिलवाने का झूठा आश्वासन देकर मोटी रकम वसूलती थी.

मैट्रिमोनियल साइटों के माध्यम से अविवाहित बनकर ब्लैकमेलिंग: हीना रावत मैट्रिमोनियल साइटों पर खुद को अविवाहित और योग्य दुल्हन के रूप में पेश करती थी. वह लोगों को प्रेम जाल में फंसाकर शादी करती थी और फिर उन्हें बलात्कार के झूठे मुकदमे में फंसा कर मोटी रकम ऐंठती थी. अपनी पहचान छिपाने और पुलिस से बचने के लिए हिना रावत लगातार अलग-अलग मोबाइल फोन और सिम कार्ड का इस्तेमाल करती थी. यह उसके खिलाफ दर्ज कई मुकदमों में जांच को और अधिक जटिल बनाता था.