खबर शेयर करें -

दुनिया के तमाम हिस्सों से रोजाना कुछ अलग तरह की खबरें सामने आती रहती हैं. कभी-कभी तो खबरें बेहद चौंका देने वाली होती हैं. तो वहीं कभी-कभी तो ऐसी खबर या घटना सामने आती है कि उस पर भरोसा करना ही मुश्किल हो जाता है.

इसी तरह की पुनर्जन्म की घटना है. इसको लेकर जब भी खबरें सामने आती है तो भरोसा करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है. इसी तरह एक खबर सामने आ रही है जिसमें एक सात साल से बच्चे ने अपने पुनर्जन्म की बात कही है. ये खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है.

डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक ये कहानी केड नाम के बच्चे की है. मोली और रिक नाम के अमेरिकन कपल के घर बहुत दिनों के बाद एक बेटे का जन्म हुआ. उस वक्त वे नहीं जानते थे कि उनका बच्चा अन्य बच्चों से थोड़ा अलग है. रिपोर्ट में बताया गया है कि ढाई महीने की उम्र में ही बच्चा चलने की कोशिश करने लगा था जबकि सामान्य बच्चे तो 6 महीने की उम्र तक बिस्तर पर ही लेटे रहते हैं और 6 महीने के बाद ही वे करवट लेना सीखते हैं और इसी के बाद ही करीब 10-11 महीने में वे चलने की कोशिश करते हैं लेकिन केड सामान्य बच्चों की अपेक्षा जल्दी चलने की कोशिश करने लगा था. यहां तक कि उसकी हरकतें भी बड़ों की तरह थी. दो साल की उम्र तक वो काफी समझदारी भरी बातें करने लगा. दावा किया जा रहा है कि ये बच्चा तीन साल की उम्र में ये बताने लगा था कि उसकी मौत कैसे हुई थी.

मोली ने एक कार्यक्रम में बताया कि आधी रात में उनका बेटा बेड से उठा और चिल्लाने लगा कि वो एक ऊंची इमारत में काम करता था, जहां से उसे स्टैचू ऑफ लिबर्टी दिखता था. वो वहीं से गिरकर मर गया था. मोली ने ये भी बताया कि पैदा होने के बाद से ही उनके बच्चे को प्लेन और ऊंची-ऊंची बिल्डिंगें देखकर अजीब सी प्रतिक्रिया देने की आदत थी. मोली बताती हैं कि केड का जन्म साल 2004 में हुआ था, जबकि वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर आतंकी हमले की घटना साल 2001 में हुई थी. यही वजह रही कि जब उनका बेटा खुद को आतंकी हमले में मरने की बात कहता तो वे हैरान रह जाते. मौली ने दावा किया कि उन्होंने कभी भी केड के सामने किसी भी आतंकी हमले की बात की थी और न ही किसी तरह की घटना का जिक्र किया था. उन्होंने कहा कि पहले तो उनको लगता था कि शायद वह किसी टीवी शो में देखने के बाद ऐसा कह रहा है लेकिन बच्चे ने आगे बताया कि वो हमले के वक्त बिल्डिंग में ही था और फिर नीचे गिरा. यहां वो मलबे से टकराया और उसकी मौत हो गई. यहां तक कि उसे ऊंची बिल्डिंगों से नफरत है और वो उनकी तरफ देखना भी नहीं चाहता. इसी तरह प्लेन के जाने से उसे अजीब सा डर लगता है. जब इस तरह की बातें बच्चे ने बताई तो उनको उसकी बातों पर यकीन करने के लिए मजबूर होना पड़ा.