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उत्तराखंड में बीते कई दिनों से बारिश का सिलसिला जारी है। जिससे जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। इस बीच कई जगह पर लैंडस्लाइड और सडकें अवरूद्व हो गई हैं। चार धाम यात्रा पर भी मौसम का खासा असर पड़ा है।

गंगोत्री, यमुनोत्री और बद्रीनाथ हाईवे जगह जगह बाधित हो रहा है।

उत्तराखंड में मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के भीतर पहाड़ी और कुछ मैदानी क्षेत्रों में अत्यधिक वर्षा की संभावना जताई है। चेतावनी को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि लोग अनावश्यक यात्रा से बचें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।

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चमोली जिले में देर रात से बारिश जारी है। जगह जगह सडकें बंद हैं। प्रशासन की ओर से सभी मार्गो कों खोलने का कार्य किया जा रहा है। वहीं भारी बारिश के चलते थिरपाक, ठेली, पाडुली, भेरणी गांवों में कई घरों में मलबा आने से लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है।

ऐसे में प्रशासन के सामने ग्रामीण क्षेत्रो के मार्गाे को सुचारू करना चुनौतिपूर्ण बना हुआ है। जिला मुख्यालय गोपेश्वर में कई घर खतरे में आ गये हैं। प्रशासन का दावा है कि हर जगह आपदा से निपटने को टीमें मुस्तैद हैं। बदरीनाथ हाईवे पर बाधित होने पर यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है।

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उत्तरकाशी में भी बारिश का कहर सामने आया है। उत्तरकाशी में भी गंगोत्री और यमुनोत्री मार्ग जगह जगह बाधित हो रहा है। बारिश के चलते यमुनोत्री हाईवे पाली गाड़ के पास भू-धंसाव होने से आवाजाही बंद जिसके कारण सुबह से दोनों ओर सैकड़ों श्रद्धालुओं के वाहन फंसे हुए हैं।

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मौसम विज्ञान केंद्र ने देहरादून और नैनीताल जिलों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं, बागेश्वर जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। अन्य जिलों में भी गरज-चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार तीन जुलाई तक पूरे उत्तराखंड में बिजली चमकने और बारिश के आसार बने रहेंगे। जिससे यात्रियों और स्थानीय प्रशासन को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।