रुद्रपुर। मां ने बेटी की पानी से भरी बाल्टी पर हाथ लगाया तो नाराज होकर उसने फांसी लगाकर जान दे दी। इसका पता चलते ही स्वजन में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेज दिया है।
मृतका के पास से किसी प्रकार का सुसाइड नोट नहीं मिला है।
पुलिस के अनुसार ट्रांजिट कैंप डी ब्लाक निवासी 28 वर्षीय अर्चना पुत्री प्रफुल्ल सरकार ने फार्मेसी की थी। जिसके बाद वह रुद्रपुर में गुप्ता होम्योपैथिक क्लीनिक में काम करती थी। बताया जा रहा है कि गुरुवार सुबह 10 बजे के आसपास मां ने बेटी के पानी की बाल्टी में हाथ लगाया तो वह नाराज होकर कमरे में चले गई और दुपट्टे का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली।
कुछ देर बाद जब उसके पिता प्रफुल्ल और मां ने उसे लटका देखा तो कोहराम मच गया। शोर होने पर आसपास के लोग एकत्र हो गए और इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना पर पहुंचे थानाध्यक्ष ट्रांजिट कैंप मोहन पांडे स्वजन से घटना की जानकारी ली। इस दौरान मृतका के पिता ने बताया कि उनकी बेटी मानसिक रूप से कमजोर थी। जिसका पांच-छह माह से उपचार चल रहा था।
बताया कि वह काफी रिजर्व प्रवृत्ति की थी। अपने सामान को लेकर बहुत अधिक पजेसिव थी। इससे पहले भी वह दो-तीन बार आत्महत्या का प्रयास कर चुकी थी। जिसके कारण उन्होंने उसके कमरे की चिटकनी भी हटा दी थी। बाद में पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। थानाध्यक्ष ने बताया कि मृतका के पास से किसी प्रकार का सुसाइड नोट नहीं मिला है।



