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पौड़ी जिले के नैनीडांडा ब्लॉक के कुटिंडा गांव के युवक की करंट की चपेट में आने से मौत हो गई. युवक ऊर्जा निगम में दैनिक श्रमिक के रूप में कार्यरत था. उधर, बेटे की मौत की सूचना जब गांव में रह रही मां को मिली तो उन्होंने मानसिक आघात में आकर खौफनाक कदम उठा लिया. जिसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा.

अनिल नेगी की करंट लगने से हुई थी मौत: बता दें कि बीती 16 जून की शाम को कुटिंडा गांव निवासी 27 वर्षीय अनिल नेगी रिखणीखाल क्षेत्र में विद्युत लाइन की मरम्मत के लिए पोल पर चढ़ा था. इसी दौरान अचानक करंट की चपेट में आने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई. अनिल के पिता रणजीत सिंह भी विद्युत विभाग में कार्यरत हैं और दोनों रिखणीखाल में एक साथ रह रहे थे.

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बेटे की मौत पर मां ने उठाया खौफनाक कदम: बेटे की मौत की सूचना जब गांव में रह रही मां लीला देवी को मिली तो वो अवसाद में आ गई. जिसके बाद लीला देवी ने खौफनाक कदम उठा लिए. ऐसे में देर रात गंभीर अवस्था में कोटद्वार के बेस चिकित्सालय लाया गया. जहां डॉक्टरों ने उनकी हालत को स्थिर बताया है. वहीं, अनिल की मौत के बाद पूरे गांव में शोक की लहर है. उधर, स्थानीय प्रशासन ने पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता देने की बात कही है.

“मेरे विधानसभा में एक युवक की करंट लगने से मौत हो गई है. वो ऑन ड्यूटी पर था और यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है. यह यूपीसीएल की यह घोर लापरवाही है. वर्तमान में यूपीसीएल में बहुत बड़ी लापरवाही हो रही है. टेंपरेरी एमडी और डायरेक्टर बने हैं. पैसा लेकर उन्हें पोस्ट बांट दी गई है. मेरी विधानसभा क्षेत्र में विद्युत सब डिवीजन में जेई कहीं से तो एसडीओ कहीं से आया है. कहीं पर भी प्रॉपर काम नहीं हो रहा है. मैंने यूपीसीएल के एमडी से कहा, लेकिन उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.”- दिलीप रावत, लैंसडाउन विधायक