कुख्यात गैंगस्टर गोल्डी बरार की मौत की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। दावा किया जा रहा है कि लॉरेंस गैंग के सबसे खास गुर्गों में शामिल गोल्डी को अमेरिका में गोलियों से भून दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि उसकी हत्या की जिम्मेदारी उसके विरोधी गैंग के डल्ला-लखबीर ने ली है। हालांकि गोल्डी बरार की मौत की अधिकारिक पुष्ट अभी नहीं हाे सकी है। सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का मुख्य संदिग्ध के तौर पर गोल्डी बरार की पंजाब पुलिस के साथ अन्य राज्यों की पुलिस को भी तलाश थी। गौरतलब है कि कुछ समय पहले ही केंद्र सरकार की ओर से गोल्डी को आतंकवादी घोषित किया था।
मूसेवाला की हत्या की साजिश रची थी, फिर स्वीकारा भी
बहुचर्चित सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में मुख्य वांटेड रहे गोल्डी बरार की हत्या पर कई जानकारियों सामने आ रही है। गोल्डी बरार को पूर्व में मूसेवाला हत्या का मुख्य संदिग्ध माना गया था। बाद में गोल्डी ने व्यक्तिगत रूप से हत्या करने की बात स्वीकार की। इसके पीछे उसने बताया था कि उसने 2022 में पंजाब में एक छात्र नेता की हत्या के प्रतिशोध के रूप में मूसेवाला की हत्या की साजिश रची थी।
गोल्डी का नाता था बब्बर खालसा ग्रुप से, कई मामलों में रहा वांटेड
मूसेवाला हत्याकांड के बाद गोल्डी को आतंकवादी घोषित किया गया था। गृह मंत्रालय की ओर से गोल्डी के बारे में कहा गया था कि सतविंदर सिंह, जिसे सतिंदरजीत सिंह या गोल्डी बरार के नाम से भी जाना जाता है, का संबंध बाबर खालसा आतंकवादी संगठन से था और उसने कई हत्याओं, हथियारों की अवैध तस्करी और चरमपंथी गतिविधियों में भी शामिल रहा।
विदेश से मचा रखा था आतंक, पंजाब-हरियाणा और राजस्थान में एक्टिव
गोल्डी बरार मूल रूप से पंजाब के मुक्तसर का रहने वाला था। उसके पिता पहले पंजाब पुलिस में सेवा दे चुके हैं। 2017 में छात्र वीज़ा पर कनाडा में स्थानांतरित होने के बाद, गोल्डी बरार प्रतिद्वंद्वियों को निशाना बनाने और धनी व्यक्तियों से पैसे ऐंठने जैसी आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो गया। मई 2023 में, गोल्डी बरार को कनाडा में सबसे वांछित व्यक्तियों की सूची में 15वें स्थान पर रखा गया था। उसे हत्या, साजिश, अवैध बन्दूक व्यापार और हत्या के प्रयास से संबंधित आरोपों के कारण सूची में जोड़ा गया था। विदेश में रहकर भी वह पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में उसका फिरौती, वसूली और कई हत्याओं से संबंध रहा।