हल्द्वानी से बरेली लौट रहे गांव भंडसर निवासी लोगों की कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खाई में पलट गई। हादसा मंगलवार तड़के करीब चार बजे हाफिजगंज में सेंथल मार्ग पर कर्बला के निकट हुआ।
हादसे में भाई-बहन की मौत हो गई। कार चालक समेत चार लोग घायल हुए हैं। हादसे का कारण कार चालक को नींद की झपकी आना बताया जा रहा है। मंगलवार को मृतकों के पिता की पहली बरसी थी। इस हादसे से उनके परिवार पर दुखों पर पहाड़ टूट पड़ा। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
गांव भंडसर निवासी मुन्ने बख्श (30 वर्ष) की बड़ी बहन हल्द्वानी में रहती है। उसने अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया। उसे देखने के लिए मुन्ने, अपने भाई बन्ने बख्श, भाभी सीमा, मेहंदी हसन के साथ कार से गए थे। कार गांव का ही युनुस चला रहा था। एक साल पहले मुन्ने के पिता बाबू बख्श की मौत हो गई थी। मंगलवार को उनकी बरसी थी।
पिता की बरसी पर घर जल्दी आने के लिए ये लोग रात करीब तीन बजे हल्द्वानी से चल दिए। वहां से मुन्ने की छोटी बहन मुस्कीन भी मायके आने के लिए कार में सवार हो गई। उसकी ससुराल लालकुआं में है। हाफिजगंज में सेंथल मार्ग पर कर्बला के निकट इनकी कार अनियंत्रित होकर खाई में पलट गई।
हादसे में मुन्ने और उनकी बहन मुस्कीन (40 वर्ष) की मौत हो गई। मेहंदी हसन, बन्ने, सीमा और कार चालक घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। परिजनों ने शवों का पोस्टमार्टम नहीं कराया। मुस्कीन का शव उसके ससुराल वाले लालकुआं ले गए।
मुन्ने का निकाह दो साल पहले हुआ था। उसके बच्चे नहीं हैं। वहीं मुस्कीन के पांच बच्चे हैं। हादसे के बाद मृतकों के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। जिस तारीख पर पिता की मौत हुई, उसी तारीख पर बेटी-बेटी की मौत होने से गांववाले भी स्तब्ध हैं।