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बागपत के ट्यौढी गांव निवासी अमन कुमार ने आईसीटी से सामाजिक बदलाव के मॉडल पर स्थानीय समस्याओं को सुलझाने की पहल की है जिसको नवप्रवर्तन जन जागरूकता प्रदर्शनी में सर्वश्रेष्ठ तीन मॉडल में सम्मानित किया गया।

लखनऊ। स्वामी विवेकानन्द ने कहा था कि जब तक लाखों व्यक्ति भूखे और अज्ञानी है, तब तक मैं उस प्रत्येक व्यक्ति को कृतघ्न समझता हूं जो उनके बल पर शिक्षित बना पर आज उनकी ओर ध्यान तक नहीं देता। बागपत में एक ऐसा ही सकारात्मक उदाहरण देखने को मिला जिसने राजधानी दिल्ली के नजदीक होने के बावजूद अपने गांव समाज के लिए कार्य करने का विकल्प चुना और तकनीक का प्रयोग कर लाखों लोगों को लाभान्वित किया।

 

बागपत जिले के ट्यौढी गांव निवासी 22 वर्षीय युवा वैज्ञानिक अमन कुमार ने आईसीटी से सामाजिक बदलाव के मॉडल पर कार्य करते हुए अपने गांव समाज के लाखों लोगों को तकनीकी से लाभान्वित किया जिसके लिए जिला विज्ञान क्लब द्वारा नवप्रवर्तन जन जागरूकता प्रदर्शनी में अमन कुमार को सर्वश्रेष्ठ तीन नवाचारकों की श्रेणी में सम्मानित किया गया। जिला विज्ञान क्लब की समन्वयक डॉ प्रीति शर्मा ने बताया कि अमन कुमार जैसे युवाओं का अपने गांव समाज के प्रति विकास का विजन प्रेरणादायक है जिससे युवा पीढ़ी को प्रेरणा लेते हुए अपने हुनर से अपनी स्थानीय समस्याओं को दूर करने हेतु कार्य करना चाहिए। आइए जानते है अमन कुमार के उत्कृष्ट कार्यों के बारे में:

 

वर्ष 2021 में प्रोजेक्ट कॉन्टेस्ट 360 शुरू किया जिसमें ऑनलाइन वेबसाइट बनाकर युवाओं के लिए उपलब्ध शैक्षिक कार्यक्रमों एवं कैरियर अवसरों की जानकारी उपलब्ध कराई। उनके प्रोजेक्ट को सकारात्मक परिणाम मिला और इंटरनेट मीडिया पर 80 लाख से अधिक लोगों ने वेबसाइट को विजिट कर शैक्षिक कार्यक्रमों की जानकारी ली। इसके लिए अमन कुमार को यंग ट्रांसफॉर्मर्स अवार्ड, शिक्षा रत्न सम्मान, चेंजिंग चॉक्स अवार्ड सहित अन्य कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। उनके प्रोजेक्ट कॉन्टेस्ट 360 के माध्यम से बागपत जिले के साथ ही देशभर के युवाओं को शैक्षिक कार्यक्रमों की जानकारी मिलना आसान हुआ।

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वर्ष 2022 में स्थानीय समाचार पत्रों में कांवड़ यात्रियों के सामने आ रही परेशानियों को पढ़ा तो तत्कालीन डीएम राजकमल यादव और नेहरू युवा केन्द्र के साथ मिलकर कांवड़ यात्रा एप बनाया जिसने तीन लाख कांवड़ यात्रियों की राह आसान बनाई और एक क्लिक पर कांवड़ यात्रा से जुड़ी समस्त जानकारी, कांवड़ यात्रा रूट, कंट्रोल रूम नंबर, मेडिकल सुविधाओं, कांवड़ शिविरों की जानकारी उपलब्ध कराते हुए कांवड़ मेले को सकुशल संपन्न कराने में योगदान दिया। कांवड़ यात्रा एप ने जनपद बागपत से होकर गुजरे लाखों कांवड़ यात्रियों को मदद की।

 

वर्ष 2023 में डीएम राजकमल यादव के मार्गदर्शन में ही नगर निकाय निर्वाचन के दौरान क्यूआर कोड आधारित एप बनाकर राज्य निर्वाचन आयोग की विभिन्न सुविधाओं से मतदाताओं को जोड़ा और बूथ ढूंढने, डिजिटल सेल्फी सहित विभिन्न फीचर उपलब्ध कराते हुए मतदान प्रतिशत बढ़ाने में योगदान दिया जिसके लिए जिला स्वीप कोर कमेटी में अमन कुमार को तकनीकी विशेषज्ञता के दृष्टिगत मानद सदस्य बनाया गया। इस अभिनव प्रयोग द्वारा जिले के 25 हजार मतदाताओं को सहायता मिली।

 

वर्ष 2024 में लोकसभा सामान्य निर्वाचन के दौरान भी अमन कुमार ने महत्ती भूमिका निभाई जिसमें उन्होंने जिला स्वीप कोर कमेटी में तकनीकी विशेषज्ञ के अतिरिक्त निर्वाचन सोशल मीडिया सेल प्रबंधन में भी योगदान दिया। साथ ही उन्होंने जिला युवा अधिकारी अरुण तिवारी के मार्गदर्शन में स्वीप बागपत एप विकसित कर ई गवर्नेंस का मॉडल स्थापित किया जिसका सवा लाख मतदाताओं ने प्रयोग किया। उनके सराहनीय योगदान को जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है। स्वीप बागपत एप ने मतदाताओं को सी विजिल, नो योर कैंडिडेट जैसे महत्वपूर्ण सेवाओं से जोड़कर मतदाता जागरूकता एवं लोकतंत्र में जनभागीदारी को बढ़ावा दिया।

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ग्रामीण पृष्ठभूमि से जुड़े होने के बावजूद अमन कुमार ने सामाजिक जागरूकता का परिचय देते हुए स्थानीय स्तर पर अपने हुनर का प्रयोग कर एक आदर्श स्थापित किया। हाल ही में उन्होंने डिजिटल ग्राम पंचायत प्रोजेक्ट की नींव भी रखी है जिसमें बागपत की प्रत्येक ग्राम पंचायत को डिजिटल पंचायत का दर्जा दिलाने का विजन शामिल है। इसके लिए उन्होंने ग्राम पंचायत फैज़पुर निनाना की वेबसाइट बनाकर बागपत की पहली डिजिटल पंचायत का दर्जा दिलाया। वहीं विज्ञान के क्षेत्र में उनके द्वारा उड़ान साइंस क्लब की शुरुआत की गई जो विज्ञान प्रसार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार से संबद्ध है और शैक्षिक संस्थानों, सामाजिक संगठनों में आईसीटी के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए कार्यरत एक स्वैच्छिक संगठन है। अमन कुमार को जिला विज्ञान क्लब, बागपत द्वारा भी विभिन्न अवसरों पर सम्मानित किया जा चुका है।

 

वहीं भारत सरकार ने उनके टैलेंट की पहचान कर 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह हेतु उत्तर प्रदेश से यूथ आइकॉन के रूप में अमन कुमार को आमंत्रण भेजा जिसमें उत्तर प्रदेश के महज तीन युवाओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष अतिथि बनने का मौका मिला। उनके कदम यहीं नहीं ठहरे बल्कि उत्तर प्रदेश के सर्वोच्च युवा पुरस्कार, स्वामी विवेकानन्द यूथ अवार्ड की सूची में शामिल होकर बागपत जिले के पहले स्टेट यूथ अवॉर्डी बनने की मिसाल कायम की। 22 वर्षीय अमन कुमार वर्तमान में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय से समाज कार्य की पढ़ाई कर रहे हैं और युवाओं के संगठन उड़ान यूथ क्लब के अध्यक्ष हैं। उन्होंने इंटरमीडिएट कॉलेज सरूरपुर खेड़की से इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी की और वर्तमान में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय से समाज कार्य की शिक्षा प्राप्त कर रहे है।

 

अमन कुमार का जीवन स्वामी विवेकानन्द से प्रेरित रहा है और अखबारों के साथ साथ महान व्यक्तित्वों की जीवनी पढ़ना उनकी दिनचर्या में शामिल है। एक युवा सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में अमन का कार्य सिर्फ स्थानीय स्तर तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी देश का नाम रोशन किया है। उनके प्रयासों ने जहां स्थानीय स्तर पर बदलाव लाया, वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उनके कार्यों ने अमिट छाप छोड़ी है।

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उन्हें भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान बागपत के ब्रांड एंबेसडर के रूप में भी चुना गया। उन्होंने जिला प्रशासन के विभिन्न कार्यक्रमों में स्वैच्छिक योगदान दिया। हाल ही में गृह मंत्रालय की नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति द्वारा हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए भी उन्हें सम्मानित किया गया। माय गवर्नमेंट के यूथ एंबेसडर के रूप में उनकी नियुक्ति हुई। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमन कुमार हंड्रेड संस्थान के एडवाइजरी बोर्ड के सदस्य है और नवाचार विशेषज्ञों की टीम का हिस्सा हैं, जो शिक्षा क्षेत्र में हो रहे नवाचारों की वैश्विक सूची तैयार करने में योगदान देते हैं। वह यूनिसेफ के नेशनल यू एंबेसडर भी रह चुके हैं, जिसमें उल्लेखनीय कार्य के लिए उन्हें यूनिसेफ इंडिया द्वारा ‘इंडियाज मोस्ट वैल्युएबल यू रिपोर्टर अवार्ड’ से सम्मानित किया गया। यूनेस्को ने उन्हें ग्लोबल यूथ कम्युनिटी का सदस्य बनाया है, जहां वह भारतीय युवाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। पर्यावरण के क्षेत्र में, उन्होंने ‘चूज लाइफ’ पुस्तक लिखी है, जिसके लिए वह ग्लोबल यूथ बायोडायवर्सिटी नेटवर्क और यूएनएफसीसीसी योंगो से भी जुड़े हैं। वह क्लाइमेट कार्डिनल्स साउथ एशिया चैप्टर के कोऑर्डिनेटर हैं और आरकॉय एशिया एंड पैसिफिक कांफ्रेंस 2023 तथा यूनेस्को एमआईएल यूथ डिबेट सीरीज में साउथ एशिया का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के नेचर पॉजिटिव यूनिवर्सिटीज एलायंस प्रोजेक्ट में भी उनका योगदान रहा है। उन्होंने यूनिसेफ इंडिया, हंड्रेड, पेटा इंडिया, यूनेस्को, नेहरू युवा केन्द्र संगठन, युवा कल्याण विभाग, विज्ञान प्रसार समेत विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ मिलकर भी उल्लेखनीय कार्य किया है।