😔 दिल दहला देने वाली घटना: पंतनगर विश्वविद्यालय के हॉस्टल में बीटेक छात्र ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, एक साल से अवसाद में था मृतक
पंतनगर, उत्तराखंड: जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (GB Pant University of Agriculture and Technology) के हॉस्टल में सोमवार को बीटेक (B.Tech) के एक छात्र ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से विश्वविद्यालय परिसर में हड़कंप मच गया है।
🔍 घटनाक्रम और अवसाद का संदेह
मृतक छात्र की पहचान रुड़की निवासी अक्षत सैनी के रूप में हुई है।
- खुलासा: यह मामला तब सामने आया जब सुबह साथी छात्र अक्षत को नाश्ते के लिए बुलाने पहुँचे। कमरा अंदर से बंद था और कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर मौसी के बेटे और अन्य छात्रों ने मिलकर दरवाजा तोड़ा। अंदर अक्षत को फंदे से लटका हुआ पाया गया।
- अवसाद: छात्रों से मिली शुरुआती जानकारी के अनुसार, अक्षत पिछले एक साल से गंभीर अवसाद (डिप्रेशन) से जूझ रहा था। आज उसकी एक महत्वपूर्ण परीक्षा भी थी।
- निवास: छात्र हॉस्टल में अकेले रहता था, जबकि उसका मौसी का लड़का पास के कमरे में ही रहता है।
👮 पुलिस जाँच और कार्रवाई
पंतनगर थाना प्रभारी नंदन सिंह रावत ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है। पुलिस टीम ने तुरंत मौके पर पहुँचकर कमरे की जाँच की।
- सुसाइड नोट: जाँच के दौरान पुलिस को कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
- जाँच का दायरा: पुलिस ने अक्षत का मोबाइल और नोटबुक समेत अन्य निजी सामान जब्त कर लिया है।
- शव: शव को पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मौत के वास्तविक कारणों की पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी।
पुलिस ने कहा है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए छात्रों से पूछताछ की जाएगी, लेकिन चल रही परीक्षाओं के कारण किसी भी छात्र पर अतिरिक्त दबाव नहीं डाला जाएगा।
👪 परिजनों को दी गई सूचना
अक्षत के माता-पिता गाजियाबाद में नौकरी करते हैं और उन्हें इस दुखद घटना की सूचना दे दी गई है। उनके देर शाम तक विश्वविद्यालय परिसर पहुँचने की संभावना है।
🙏 अपील: यदि आप तनाव या अवसाद से जूझ रहे हैं
अगर आप या आपके जानने वाले कोई भी व्यक्ति मानसिक तनाव या अवसाद से जूझ रहे हैं, तो कृपया सहायता के लिए संकोच न करें और इन टोल-फ्री नंबरों पर संपर्क करें:
- किरण (KIRAN) मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास हेल्पलाइन (24×7): 1800-599-0019
- टेली-मानस (Tele-MANAS) हेल्पलाइन: 14416


