आज 4 जून को देशभर में लोकसभा चुनाव 2024 की काउंटिग हो रही है. लोकसभा चुनाव के नतीजों पर देश दुनिया की निगाहें टिकी हुई हैं. बात अगर उत्तराखंड की करें तो यहां लोकसभा की पांच सीटें हैं. जिसमें 55 प्रत्याशियों ने चुनावी दंगल में किस्मत आजमाई. जिसमें टिहरी सीट पर 11, पौड़ी गढ़वाल पर 13, अल्मोड़ा में 7, नैनीताल में 10 और हरिद्वार में 14 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं.
इस कड़ी में सबसे पहले हरिद्वार लोकसभा सीट की बात करते हैं. हरिद्वार में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है. बीजेपी ने यहां से पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को मैदान में उतारा है. उन्हें जिताने की जिम्मेदारी प्रदेश के एक और पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के कंधों पर है. कांग्रेस ने यहां से हरीश रावत के बेटे वीरेंद्र रावत को टिकट दिया है. इसके साथ ही उमेश कुमार निर्दलीय यहां से चुनाव लड़ रहे हैं.
इसके बाद गढ़वाल लोकसभा सीट का नंबर आता है. गढ़वाल लोकसभा सीट पर इस बार 13 कैंडिडेट ने चुनाव लड़ा. इनमें सबकी नजरें कांग्रेस और बीजेपी पर रही. बीजेपी ने यहां से अनिल बलूनी को चुनावी मैदान में उतारा है. कांग्रेस ने यहां से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को बीजेपी का चुनावी किला भेदने की जिम्मेदारी दी है. जिसे गोदियाल ने चुनाव में सही तरीके से निभाया. अब सबकी निगाहें चुनाव के परिणामों पर है. इसके अलावा यहां से आशुतोष नेगी भी यूकेडी से चुनाव लड़े. इन पर भी सभी की नजरें होंगी.
इसके बाद टिहरी गढ़वाल लोसकभा सीट पर इस बार 11 प्रत्याशियों ने किस्मत आजमाई. इस बार टिहरी में त्रिकोणीय मुकाबला रहा. ये मुकाबला बीजेपी की माला राज्यलक्ष्मी शाह, कांग्रेस से जोत सिंह गुनसोला और निर्दलीय बॉबी पंवार के बीच रहा. इन तीनों ने ही पूरे दमखम से चुनाव लड़ा.
इसके बाद कुमाऊं मंडल की नैनीताल लोकसभा का नंबर आता है. यहां से इस बार 10 कैंडिडेट ने चुनाव लड़ा. जिसमें मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच रहा. नैनीताल लोकसभा सीट पर बीजेपी ने केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट को चुनावी मैदान में उतारा था. कांग्रेस ने अजय भट्ट के सामने प्रकाश जोशी पर दांव खेला. अब इन दोनों की किस्मत का जल्द ही फैसला होने जा रहा है.
इसके बाद कुमाऊं मंडल की अल्मोड़ा लोकसभा सीट की बात करते हैं. यहां से इस बार 7 कैंडिडेटस ने चुनाव लड़ा. जिसमें भी बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही मुख्य फइट है. हर बार की तरह यहां से बीजेपी ने अजय टम्टा को टिकट दिया. टम्टा लगातार दो बार से यहां से सांसदी का चुनाव जीत चुके हैं. कांग्रेस ने यहां से अपने भरोसेमंद सिपाही प्रदीप टम्टा को अजय टम्टा का शिकस्त देने के लिए मैदान में उतारा है.